shatdal ke sath
शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2011
Ek Geet
गुज़रे हुए समय में झांको
कोई पल ऐसा है जिसमे
पूरी एक सदी रहती है/
पल जो सदियों में ढलते हैं
पलकों के नीचे पलते हैं
लेकिन कभी कभी हम इनमें
आँखें बंद किये चलते हैं
आँखें खुली रहें तो देखें
जन्मों से प्यासे अधरों में
मीठी एक नदी बहती है .
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